संभाल के समेटना इन दियों को सारी रात हमें रोशनी देने के लिए खुद की तपिश में जलती रही। संभाल के समेटना इन दियों को सारी रात हमें रोशनी देने के लिए खुद की तपिश मे...
तुमने किया था जो वादा मुझसे क्या उसको निभाने फिर आओगे, ये जनम तो देश के लिए कर दिया तुमने किया था जो वादा मुझसे क्या उसको निभाने फिर आओगे, ये जनम तो देश के लि...
ज्ञान की गंगा को जन जन तक जो पहुंचाएगा जग में सच्चा भागीरथ केवल वही कहलाएगा ज्ञान की गंगा को जन जन तक जो पहुंचाएगा जग में सच्चा भागीरथ केवल वही कहलाएगा
अज्ञान का तम हरने को -निज ज्ञान की ज्योति जलानी है दे सबका साथ करना है विकास -सच्ची आ अज्ञान का तम हरने को -निज ज्ञान की ज्योति जलानी है दे सबका साथ करना है विकास...
इसके हर ज़र्रे में चुनवाया है मैंने, तुम्हारी स्मृतियों के ज्योति-पुंज...! इसके हर ज़र्रे में चुनवाया है मैंने, तुम्हारी स्मृतियों के ज्योति-पुंज...!
सदा रहेगा यह तन नहीं रखना ये हरदम ही ध्यान। सदा रहेगा यह तन नहीं रखना ये हरदम ही ध्यान।